यमुना में आई बाढ़ से किसानों की फसलें बर्बाद, जसवंतनगर के 10 गांव प्रभावित; प्रशासन ने सर्वे कराने का भरोसा दिलाया

हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए पानी के चलते जसवंतनगर के बलरई क्षेत्र में यमुना नदी का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। नदी किनारे बसे कछार इलाके जलमग्न हो गए हैं। खदिया, कछपुरा, लुंगे की मड़ैया, सरामई, पूंछरी, घुरहा, जाखन, कीरतपुर और सिरसा की मड़ैया सहित कई गांवों में हालात गंभीर हैं।
किसानों के खेतों में 2 से 3 फीट तक पानी भर गया है, जिससे तिल और बाजरे की फसलें पूरी तरह डूब गईं। किसान लल्लू सिंह, सत्यराम और डिप्टी सिंह का कहना है कि लगातार बारिश और तेज जलप्रवाह से भारी नुकसान हो रहा है और उसकी भरपाई मुश्किल होगी। नदी किनारे बसे गांवों में पानी घुसने का भी खतरा बना हुआ है।
एसडीएम कुमार सत्यमजीत ने प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और सभी विभागों को राहत व बचाव कार्यों के लिए अलर्ट रहने के निर्देश दिए। क्षेत्रीय लेखपालों को बाढ़ग्रस्त इलाकों की लगातार निगरानी करने और जरूरत पड़ने पर रात में भी गांवों में ठहरने को कहा गया है।
प्रशासन ने किसानों को आश्वासन दिया है कि जल्द ही नुकसान का सर्वे कराया जाएगा। वहीं, ग्रामीण तत्काल मदद की उम्मीद लगाए बैठे हैं।