उत्तर प्रदेश | उत्तर प्रदेश उत्पादन, अर्थव्यवस्था और संस्कृति के क्षेत्र में नित नये आयाम गढ़ रहा है: नंदी

 

  • उद्यमी के साथ संवाद, सहयोग एवं समन्वय हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता: नन्दी
  • उत्तर प्रदेश में उद्योगों के विकास, समस्याओं और सुझाव पर हुई विस्तृत चर्चा

लखनऊ: होटल ताज लखनऊ में कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) की पांचवीं नॉर्दन रीजनल काउंसिल की बैठक आयोजित की गई। जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। मंत्री नन्दी ने बैठक में देश के विभिन्न राज्यों से आए उद्यमियों से संवाद किया। उद्यमियों से वार्ता कर देश का ग्रोथ इंजन बन चुके उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया। वहीं उद्यमियों ने उत्तर प्रदेश में उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए।

उत्तर में सीआईआई की रिजनल काउंसिल की बैठक होने के कारण उत्तर प्रदेश में सरकार का उद्योगों के विकास को लेकर क्या रूख है, सरकार की क्या नीतियां हैं, सीआईआई सरकार के साथ कैसे जुड़ा हुआ है, सरकार सीआईआई से क्या-क्या मदद ले रही है, इण्डस्ट्री के लिए सरकार क्या कर रही है, इन सभी मुद्दों पर चर्चा हुई।

यह भी पढ़ें

उद्यमियों से सीधा संवाद करते हुए मंत्री नन्दी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास, आर्थिक विकास एवं सांस्कृतिक विकास के क्षेत्र में नित नए आयाम गढ़ रहा है। आज उत्तर प्रदेश को भारत के ग्रोथ इंजन के रूप में पहचान मिली है।

उत्तर प्रदेश वन ट्रिलियन डॉलर इकोनामी वाला राज्य बनने की दिशा में ठोस कदमों के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है। नई औद्योगिक नीति, चुस्त-दुरूस्त कानून व्यवस्था एवं इण्डस्ट्री फ्रेण्डली इकोसिस्टम ने प्रदेश की इण्डस्ट्रियल ग्रोथ को एक नया मोमेन्टम दिया है।

बड़े पैमाने पर निवेशक उत्तर प्रदेश में निवेश हेतु आकर्षित हो रहे हैं। यूपीजीआईएस में हमें लगभग 33 लाख 50 हजार करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, जो बढ़ कर वर्तमान में 39 लाख 52 हजार 400 करोड़ के हो गए हैं। यह उत्तर प्रदेश में निवेश हेतु औद्योगिक जगत के ऐतिहासिक रूझान को दिखाता है। प्रत्येक निवेशक व उद्यमी के साथ संवाद, सहयोग एवं समन्वय के माध्यम से उन्हें प्रदेश के औद्योगिक विकास की धारा में शामिल करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।

उद्यमियों ने कहा कि उत्तर प्रदेश में निर्यात को प्राथमिकता दी जाए। वहीं जो अधिकारी उद्यमियों से किए गए वादे को समय से पूरा करने में असफल रहे उनका वेतन काटा जाए या फिर अन्य कार्रवाई की जाए। जिस पर मंत्री नन्दी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की ठोस निर्यात नीति से यूपी में निर्यात 10 गुना तक पहुंचेगा। वहीं सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की जिम्मेदारी और जवाबदेही दोनों तय की जा रही है। लापरवाही पर कार्रवाई का भी प्राविधान है।

इस अवसर पर डॉयरेक्टर गोल्डी मसाले एवं चेयरमैन सीआईआई उत्तर प्रदेश आकाश गोयनका, सीईओ जेके सीमेंट एवं डिप्टी चेयरमैन सीआईआई माधव सिंघानिया, चेयरमैन सीआईआई उत्तर क्षेत्र दीपक जैन, वाइस चेयरपर्सन स्मिता अग्रवाल, रीजनल डॉयरेक्टर नॉर्थ प्रशान्त एएन आदि उद्यमीगण उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed