वाराणसी में फर्जी क्राइम ब्रांच चलाने वाला दरोगा बर्खास्त: 5 दोस्तों के साथ गैंग बनाकर सूर्य प्रकाश ने लाखों लूटे, पंजाबी कारोबारी से 22 लाख लूटे – Varanasi News

वाराणसी में वर्दी की आड़ में लुटेरों का गैंग चलाने वाले दरोगा सूर्य प्रकाश पाण्डेय को शासन ने निलंबित कर दिया है। उसके खिलाफ जांच के बाद बर्खास्तगी की कार्रवाई भी अमल में लाई जा रही है। 42.50 लाख की लूट साबित होने के बाद अब जांच में नए खुलासे हो रहे ह

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दरोगा के तीन फरार साथियों की तलाश में पुलिस दबिशें दे रही है, हालांकि अब तक तीनों का सुराग नहीं लग सका है। तीनों के घर पर ताला लगा है और उसके परिजन भी फरार हैं। दरोगा को पुलिस रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है,जिसमें जांच के दौरान मिली सूचनाओं पर उससे पूछताछ की जा सके। वहीं दरोगा के परिजन भी मामले में कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।

सबसे पहले बताते हैं पूरी कहानी

वाराणसी में वर्दी की आड़ में एक दरोगा सूर्य प्रकाश पांडे लुटेरों का गैंग चला रहा था। दरोगा ने 4 शातिर युवकों के साथ नकली ‘स्पेशल क्राइम ब्रांच’ बनाई और हाईवे पर लूट करने लगा। दोस्त रेकी करते थे फिर दरोगा साथियों के साथ छापेमारी करता। इसके बाद जब्त माल को आपस में बांट लेते थे।

उसने 22 जून को जीटी रोड पर ज्वेलरी कारोबारी के कर्मचारियों से 93 लाख रुपए पकड़े थे। हवाला का पैसा बताकर 42 लाख रुपए रख लिए और 51 लाख लौटा दिए थे। कारोबारी ने केस दर्ज कराया, तब पुलिस ने जांच शुरू की। वारदात के वक्त दरोगा का नंबर घटनास्थल पर मिला।

यह पता चलने पर कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया। इसके बाद पुलिस ने दरोगा और उसके 2 साथियों को गिरफ्तार किया तो दरोगा से अब तक 8 लाख रुपए बरामद हो चुके हैं। अभी दरोगा जिला जेल में निरुद्ध है।

सर्राफ का रुपया लेकर कोलकाता जा रहे थे कर्मचारी

22 जून की रात नीचीबाग कूड़ाखाना गली में रहने वाले ज्वेलरी कारोबारी जयपाल ने अपने 2 कर्मचारियों अविनाश और धनंजय को 93 लाख रुपए का देकर बस में बैठाया। दोनों वाराणसी से कोलकाता जा रहे थे। इसके बाद जयपाल घर आ गए।

थोड़ी देर बाद अ‌विनाश ने कारोबारी को फोन किया। कहा- पुलिस ने कैश पकड़ लिया है। एक व्यक्ति पुलिस की वर्दी में और 2 सादे कपड़े में थे। उन्होंने खुद को चंदौली के सैयदराजा थाने की क्राइम टीम का हिस्सा बताया और हमें बस से नीचे उतार लिया। इसके बाद बिना नंबर प्लेट की कार में बैठाया।

हमारे मोबाइल बंद करा दिए। हम दोनों से पूछताछ की। डरा-धमका कर 93 लाख में से 42 लाख रुपए ले लिए और फरार हो गए। हमने उन्हें बताया कि लीगल पैसा है, उन्हें डॉक्यूमेंट्स भी दिखाए। लेकिन उन्होंने एक न सुनी और पैसे लेकर चले गए।

लाल घेरे में लूट गैंग का सरगना दरोगा सूर्य प्रकाश पांडे है। जब पुलिस उसे जेल ले जा रही थी, तब वह हंस रहा था।

तीन गिरफ्तार और तीन फरार, पुलिस कर रही तलाश

42 लाख की लूट में पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया, 3 आरोपी फरार हैं। ज्वेलरी कारोबारी से लूट के 3 आरोपियों से 8 लाख 5 हजार रुपए, 2 पिस्टल 32 बोर, जिंदा कारतूस और बाइक बरामद किया गया था। विकास मिश्रा के पास से लूट के 5 लाख 70 हजार रुपए, एक पिस्टल 32 बोर और कारतूस मिला।

अजय गुप्ता के पास से 2 लाख रुपए मिले। दरोगा सूर्य प्रकाश पांडेय के पास से 35 हजार रुपए, पिस्टल और कारतूस बरामद किए गए। उन लोगों के साथ नीलेश यादव, मुकेश दुबे उर्फ हनी और योगेश पाठक उर्फ सोनू पाठक भी शामिल थे, जो गिरफ्तारी के डर से फरार हैं। DCP गौरव बंशवाल के अनुसार दरोगा के निलंबन के साथ ही फरार आरोपियों की तलाश में बदिश दी जा रही है।

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