नोएडा में 1000 गायों की क्षमता वाली गोशाला का निर्माण होगा: 5 एकड़ जमीन चिह्नित, इलाज के साथ उत्पादों का भी होगा निर्माण – नोएडा (गौतमबुद्ध नगर) न्यूज।

ये चित्र नोएडा के सेक्टर-135 स्थित गो शाला का है। यहां वर्तमान में 800 से ज्यादा गाय है। इसी की तर्ज पर नई गोशाला का निर्माण किया जाएगा।

नोएडा में गो वंश के लिए नई गोशाला का निर्माण किया जाएगा। ये गोशाला सेक्टर-162 में संचालित की जाएगी। इसे पांच एकड़ में बनाया जाएगा। इसके लिए जमीन चिह्नित की जा चुकी है। इसकी क्षमता 1000 गाय की होगी। यहां सड़क पर घूम रही आवारा गाय को रखा जाएगा। जिनके रखर

.

पुरानी से नई गो शाला में किया जाएगा शिफ्ट

नोएडा में वर्तमान में दो गौशालाएं हैं। जिनमें एक सेक्टर 135 में 841 गोवंश और दूसरी सेक्टर 14 में 790 गोवंश हैं। यही नहीं इनमें क्षमता से ज्यादा गाय है। जिनका रखरखाव अलग-अलग संस्थाओं की ओर से किया जा रहा है। इसके अलावा डूब क्षेत्र में कई और गौ शाला चल रही है।

गो शाला के बारे में जानकारी देते एसीईओ संजय खत्री

ये अवैध है। लेकिन यहां भी गौ वंश को रखा गया है। फिलहाल प्राधिकरण संख्या को देखते हुए नई गौशाला बनाने जा रहा है। नई गौशाला में पुरानी दोनों गौ शाला से गाय को शिफ्ट भी किया जाएगा। ताकि सभी गाय का रख रखाव बेहतर तरीके से हो सके।

मॉडल गो शाला का होगा निर्माण

प्राधिकरण अधिकारी ने बताया कि गोशाला को मॉडल रूप में विकसित किया जााएगा। गोबर व गोमूत्र से तमाम उत्पाद बनाए जाएंगे। इन उत्पादों की बिक्री से प्राप्त धनराशि रखरखाव पर खर्च की जाएगी। छह महीने में इस गोशाला का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। इसके संचालन के लिए किसी एक एनजीओ के साथ एग्रीमेंट किया जाएगा।

सेक्टर-6 स्थित नोएडा प्राधिकरण का प्रशासनिक खंड का कार्यालय

गोमूत्र से फिनायल , उपले, दीये बनेंगे

उन्होंने बताया कि गोशाला को और सुंदर बनाने के लिए कई प्रयास किए जाएंगे। तमाम लोग रोजाना गोवंशों को छूना शुभ मानते हैं। वे यहां आ सकेंगे। उनको खाना खिला सकेंगे। इस गोशाला से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा, ताकि इसे जन सहभागिता से बहुत अच्छी तरीके से संचालित किया जा सके। उन्होंने बताया कि गोमूत्र से फिनायल, गाय के गोबर से उपले, घी वाले दीये जैसे तमाम उत्पाद बनाए जाते हैं। लोग इन उत्पादों को खरीद सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed