यूपीएस की नवीन पेंशन योजना का विरोध: औरैया में अटेवा संगठन ने पुरानी पेंशन की बहाली पर सवाल उठाया, कहा कि यह NPS से भी अधिक खतरनाक है—औरैया समाचार

दिबियापुर में अटेवा ने बैठक कर यूपीएस का विरोध किया।
केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में यूपीएस (यूनिफाइड पेंशन स्कीम) की घोषणा के बाद अटेवा (अखिल भारतीय प्राइवेट स्कूल टीचर एसोसिएशन) संगठन ने दिबियापुर में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। इस बैठक में एनपीएस (नेशनल पेंशन स्कीम), यूपीएस और निजीकरण पर चिंता व्यक
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दिबियापुर के कमला लॉज में आयोजित इस संगोष्ठी में भारी बारिश और खराब मौसम के बावजूद बेसिक, माध्यमिक, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी, लेखपाल, और अन्य संबंधित कर्मचारी शामिल हुए।अटेवा जिलाध्यक्ष अमन यादव ने यूपीएस योजना को एनपीएस से भी अधिक खतरनाक बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि इस योजना में कर्मचारियों के दस प्रतिशत अंशदान का भुगतान वापस मिलने की कोई गारंटी नहीं है। उन्होंने पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) की मांग की और चेतावनी दी कि यदि यह नहीं मिली तो आंदोलन जारी रहेगा।
सेवानिवृत्त शिक्षक हर्षवर्धन ने बताया कि पुरानी पेंशन योजना की कमी के कारण उन्हें और उनके जैसे कई अन्य शिक्षकों को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ीं। राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक मनीष यादव ने भी ओपीएस से कम किसी भी विकल्प को अस्वीकार कर दिया और केंद्र सरकार से ओपीएस को लागू करने की अपील की। कार्यक्रम की अध्यक्षता लाखन सिंह ने की और मंच का संचालन अमित पाल ने किया। बैठक में भाग्यनगर ब्लाक की जिम्मेदारी शैलेंद्र सिंह को सौंप दी गई।
दिबियापुर में अटेवा ने बैठक कर यूपीएस का विरोध किया।
बैठक में यह लोग रहे मौजूद
कार्यक्रम में सीमा पाल, ज्योति, पूनम कमल स्वास्थ्य विभाग, प्रमोद कुमार, धर्मेंद्र सिंह, यशपाल सिंह, अजय कुमार पाल, विशाल गौतम, रविकांत राय, विजय प्रकाश, संजीव बाबू, राजा सिंह, जितेन तिवारी, आशीष कुमार, बीके सिंह इंटर कॉलेज से, शैलेंद्र राजपूत, तीरथ लाल इंटर कॉलेज इंटर कॉलेज, रामेंद्र सिंह कुशवाहा, मनीष कुमार, गौरव सक्सेना, देवेंद्र राजपूत, हर्षवर्धन सिंह, विकास गुप्ता, अनिकेत गौतम, राहुल सिंह, अमर सिंह, मुकेश यादव, राज कुमार, अवनींद्र यादव लेखपाल, शिल्पी यादव आदि रहे