यूपी न्यूज़ : त्रिस्तरीय योजना से रायबरेली और सुल्तानपुर की राजनीति अमेठी में फैलेगी; दोनों सीटों का आकार भी अलग है।

अमेठी संसदीय सीट में तिलोई, जगदीशपुर, गौरीगंज व अमेठी के साथ ही रायबरेली की सलोन विधानसभा आती है। अमेठी जिले के 14 लाख 28 हजार 316 व रायबरेली के सलोन विधानसभा के 3 लाख 57 हजार 809 वोटर को मिलाकर कुल 17 लाख 86 हजार 125 मतदाता अमेठी के लिए सांसद चुनेंगे।

 

रायबरेली में वर्ष 2019 में कांग्रेस से सोनिया गांधी ने जीत दर्ज की थी, जबकि सुल्तानपुर से भाजपा की मेनका गांधी ने। वर्तमान में रायबरेली व सुल्तानपुर का राजनीतिक परिदृश्य अलग है। सलोन वैसे तो रायबरेली में जिले में आता है, लेकिन संसदीय चुनाव में यहां के वोटर अमेठी के सांसद का भाग्य लिखेंगे। सुल्तानपुर, अमेठी व रायबरेली जिलों के राजनीतिक दलों को दोहरी रणनीति बनानी पड़ रही है। वजह, इन जिलों की राजनीतिक स्थिति अलग है।

त्रिस्तरीय बनी है योजना

 

रायबरेली के भाजपा जिला प्रभारी पीयूष मिश्र कहते हैं कि सलोन विधानसभा में इस बार त्रिस्तरीय प्लानिंग की गई है। पन्ना प्रमुख, बूथ के साथ ही मंडल स्तरीय पदाधिकारियों की टीम लगाई गई है।

साथ ही महिला व युवा मोर्चा को अलग से जिम्मेदारी दी गई है। अमेठी के भाजपा के मीडिया प्रभारी चंद्र मौलि सिंह कहते हैं कि अमेठी संसदीय सीट की पांचों विधानसभाओं के लिए मास्टर प्लान है। इसके आधार पर पदाधिकारियों को टास्क दिया गया है।

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