उत्तर प्रदेश | स्वामी प्रसाद के विवादित बोल और बयान से चिढ़े मंत्री नंदी ने अखिलेश से पूछा सवाल.

- देवी देवताओं पर किए गए आपत्तिजनक टिप्पणी का मंत्री नन्दी ने किया विरोध
- स्वामी प्रसाद और अखिलेश ने हिन्दुओं को अपमानित करने का बना रखा है एजेंडा: नन्दी
लखनऊ: अपने विवादित बयानों के कारण सनातन धर्म पर सवाल उठाने वाले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने एक बार सनातन पर हमला करते हुए देवी देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी (Controversial Statement) की है। जिसका उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी (Nand Gopal Nandi) ने विरोध किया है। मंत्री नन्दी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) पर भी हमला किया है।
@SwamiPMaurya लगातार सनातन आस्था और हिन्दुओं के खिलाफ जहर उगल रहे हैं! उनकी जहरीली जबान पर लगाम लगाना तो बहुत दूर की बात है! @yadavakhilesh उनके आपत्तिजनक बयानों का न तो खण्डन करते हैं, न ही निन्दा! दोनों ने मिलकर हिन्दुओं को अपमानित करने का यह एजेण्डा पूरे होशो-हवास में…
— Nand Gopal Gupta ‘Nandi’ 🇮🇳 (@NandiGuptaBJP) November 14, 2023
मंत्री नन्दी ने एक्स पर लिखा है कि सनातन विरोधी सोच और हिन्दुओं को अपमानित करने के कुत्सित प्रयासों का माकूल जवाब उत्तर प्रदेश की जनता 2024 के लोकसभा चुनाव में देगी।
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मंत्री नन्दी ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर हमला करते हुए एक्स पर लिखा कि स्वामी प्रसाद मौर्या लगातार सनातन आस्था और हिन्दुओं के खिलाफ जहर उगल रहे हैं! उनकी जहरीली जबान पर लगाम लगाना तो बहुत दूर की बात है! अखिलेश यादव उनके आपत्तिजनक बयानों का न तो खण्डन करते हैं, न ही निन्दा! दोनों ने मिलकर हिन्दुओं को अपमानित करने का यह एजेण्डा पूरे होशो-हवास में निर्धारित किया है! मंत्री नन्दी ने आगे लिखा है कि स्वामी प्रसाद समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव के लिए भस्मासुर हैं! ऐसा लगता है कि उन्होंने सपा को समाप्त करने की सुपारी ली है! इसीलिए बची-खुची सपा का अस्थि विसर्जन करने पर उतारू हैं!
जनता सब देख और समझ रही है! सनातन विरोधी सोच और हिन्दुओं को अपमानित करने के कुत्सित प्रयासों का माकूल जवाब उत्तर प्रदेश की जनता 2024 के चुनाव में अपने वोट के माध्यम से देगी और 80 की 80 सीटों से सपा का सूपड़ा साफ़ होना तय है।