आगरा जेडी रिश्वत कांड का वीडियो सामने आया: जेडी को गाड़ी में बैठाने को लगाई पिटाई, कुछ लोग जबरन खींचकर ले जा रहे थे – Agra News

जेडी को गाड़ी में बैठाने के लिए मारपीट तक की गई।
आगरा में 17 अगस्त को माध्यमिक शिक्षा विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर आरपी शर्मा को विजिलेंस ने तीन लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था। विजिलेंस का कहना था कि आरपी शर्मा को रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़ा गया है। सोशल मीडिया पर अब एक वीडियो वाय
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वायरल वीडियो 17 अगस्त की शाम का बताया गया है। वीडियो में दिख रहा है कि शिक्षा विभाग के गेट के बाहर जेडी की गाड़ी खड़ी है। रात का समय है अंधेरा हो रहा है। लोगों की भीड़ दिख रही है। एक व्यक्ति के चीखने की आवाज आ रही है। गाड़ी से किसी को कुछ लोग पकड़कर ले जाते दिख रहे हैं। कहा जा है कि वो पूर्व जेडी आरपी शर्मा है।
जब उस व्यक्ति को बचाने के लिए विभाग के अधिकारी आते हैं तो उन्हें धमकाया जाता है। एक आदमी विजिलेंस…विजिलेंस कहता हुई भी सुनाई दे रहा है। विभाग में तैनात लिपिक को एक आदमी धक्का देता है। सभी लोग परिसर के बाहर रोड की दूसरी तरफ पहले से खड़ी कार में व्यक्ति को जबरन बैठाने का प्रयास करते हैं। उनके कार में न बैठने पर उसकी पिटाई लगाते हुए भी दिख रहा है।
सोशल मीडिया पर उठ रहे सवाल इस वीडियो के सामने आने के बाद विजिलेंस की कार्रवाई को लेकर सवाल उठ रहे हैं। विभागीय कर्मचारी और अधिकारी तो पहले से इस कार्रवाई को साजिश बता रहे हैं। दो दिन पहले पूरे मामले की जांच के लिए शासन की टीम भी आई थी।
टीम दर्ज कर चुकी है बयान
17 अगस्त की शाम को शिक्षा विभाग के कार्यालय के बाहर विजिलेंस ने पूर्व जेडी आरपी शर्मा को शिक्षक अजय पाल सिंह उर्फ अजय चौधरी की शिकायत पर तीन लाख रुपए की रिश्वत लेने का आरोप लगाते हुए पकड़ा था। इस घटना के बाद प्रधानाचार्य और शिक्षकों ने जेडी के समर्थन में प्रदर्शन किया था। यूपी एजूकेशनल आफिसर्स एसोसिएशन भी जेडी के समर्थन में उतर आई थी।
शासन की ओर से प्रकरण की जांच के लिए दो सदस्यीय टीम गठित की गई। टीम में विजिलेंस के सचिव राजेश कुमार और विशेष सचिव गृह विभाग वीके सिंह सोमवार को आगरा पहुंचे। उन्होंने जेडी कार्यालय के बाबू देवेंद्र वर्मा, डीआईओएस कार्यालय के बाबू कृष्ण मोहन त्यागी, जेडी के ड्राइवर विजय पाल सिंह और परिचारक सरवन कुमार से पूछताछ की। उनसे पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली। बताया गया है कि पूछताछ में उन्होंने 42 शिक्षकों की भर्ती के बारे में भी जानकारी जुटाई। इसके अलावा शिकायतकर्ता शिक्षक अजय पाल सिंह को भुगतान के बारे में जानकारी जुटाई। उन्होंने सारे दस्तावेज भी तलब किए। किसके आदेश पर शिक्षक को भुगतान हुआ।