कोतवाली से दरोगा और सिपाही बावर्दी पहुंच गए तो उन्हें भी दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
लखनऊ। राजधानी लखनऊ से सटे उन्नाव जिले में ऐसे दबंगों की जानकारी मिली है, जिन्होंने विवाद को शांत कराने सादी वर्दी में आये सिपाही को यह जानने के बाद पीट दिया कि वह सिपाही नहीं है और जब इस सिपाही की मदद के लिए कोतवाली से दरोगा और सिपाही बावर्दी पहुंच गए तो उन्हें भी दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। बाद में बड़ी संख्या में पुलिस पहुँची, लाठीचार्ज हुआ। अब हंगामा करने वालों के खिलाफ बलवा करने, गुंडा एक्ट, 7 क्रिमनल एक्ट और गैंगस्टर के तहत मुकदमा दर्ज करने के बाद छापेमारी शुरू हो गई है।
मामला बहुत छोटा सा था। उन्नाव में ऑटो पर सवार एक दम्पति के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो रहा था। विवाद को शांत करने के लिए सादे कपड़ों में एक सिपाही पहुंच गया. सिपाही ने विवाद शांत कराने की कोशिश की तो दोनों उसी से भिड़ने लगे। जब सिपाही ने अपना परिचय दिया तो आपस में विवाद कर रहे पति ने सिपाही को ही पीटना शुरू कर दिया. उसके कपड़े फाड़ डाले। सिपाही को पीटे जाने की जानकारी मिलते ही कोतवाली से दरोगा और कुछ सिपाही मौके पर पहुंचे तो भीड़ ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। पुलिसकर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा जाने लगा। एक ज़रा सी कहासुनी महाभारत में बदल गई. कुछ ही देर में बड़ी संख्या में पुलिसबल मौके पर पहुंचा और लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया। उन्नाव के एसपी शशि शेखर सिंह के अनुसार रविवार को रात नौ बजे शेखपुर में ऑटो के अंदर दो सवारियों के बीच झगड़ा हो रहा था। कोतवाली में तैनात सिपाही जितेन्द्र सिंह उन्हें समझाने लगा तो विवाद कर रहे लोग उससे भिड पड़े। सिपाही को ही तमाचा जड़ दिया. सिपाही ने भी एक युवक को थप्पड़ मार दिया। इसके बाद विवाद करने वालों के तमाम साथी पहुंच गए और उन्होंने सिपाही के साथ बुरी तरह से मारपीट की. इस मामले में नौ लोगों को नामज़द किया गया है जबकि 10 से 15 लोग अज्ञात के रूप में दर्ज किये गए हैं. उन्होंने बताया कि सभी उपद्रवी चिन्हित हो गए हैं, गिरफ्तारियां शुरू हो गई हैं।