आगरा भूमि कांड: लापता बिल्डर की पूर्वांचल में खोज, कब्ज़ा करने वाले व्यक्ति का नाम स्पष्ट; गार्डों ने सीसीटीवी लगाया
ताजनगरी आगरा के बोदला में जमीन कब्जाने और फर्जी मुकदमों के मामलों की जांच अब जगदीशपुरा में तैनात इंस्पेक्टर आनंदवीर सिंह करेंगे। कुर्की की धारा 82 की कार्रवाई के लिए कोर्ट में प्रार्थनापत्र दिया जाएगा। डीसीपी सिटी ने बताया कि इनामी बिल्डर की तलाश पूर्वांचल के कई जिलों में कराई जा रही है।
मुकदमे में अमित अग्रवाल, एसओ जितेंद्र कुमार और पुरुषोत्तम पहलवान की गिरफ्तारी हो चुकी है। बिल्डर कमल चौधरी, धीरू चौधरी, किशोर बघेल और आनंद जूरैल फरार हैं। डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि पुलिस चारों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद मुकदमे में आरोपियों को तय करेगी।
अभी तक जांच में यह साफ हुआ है कि जमीन पर कब्जा नेमचंद जैन ने लिया था। उन्होंने ही दोनों गार्ड तैनात किए थे। मौके पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे। वहीं इंस्पेक्टर का कहना है कि केस डायरी के अध्ययन के बाद ही वह पूरे मामले पर कुछ कह सकते हैं। फिलहाल मुकदमे में वांछित आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
उमा देवी का सच भी जानेगी पुलिस
अभी जांच जमीन पर कब्जे की चल रही है। मुकदमा उमा देवी ने लिखाया है। उन्होंने मुकदमे में खुद को टहल सिंह की बहू बताया है। पुलिस से कुछ लोगों ने शिकायत की है कि जांच उमा देवी की भी होनी चाहिए। पुलिस उनसे टहल सिंह की बहू होने के प्रमाण तो मांग ले। डीसीपी सिटी ने बताया कि सभी पहलुओं की जांच होगी। पहले मुकदमे के अनुसार कार्रवाई की जा रही है।