“SIR, BLO की मौत और दिल्ली धमाके समेत कई मुद्दों पर सत्र में सरकार को घेरने की तैयारी में कांग्रेस; जानें केंद्र की योजना क्या है”

संसद के शीतकालीन सत्र से ठीक पहले सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस संसदीय रणनीति समूह की बैठक हुई, जिसमें पार्टी नेताओं ने एकजुट होकर विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर चर्चा की मांग उठाई। ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि सत्र की शुरुआत ही तीखी बहस और हंगामे के साथ हो सकती है। बैठक में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने उन प्रमुख मुद्दों की सूची साझा की, जिन पर विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है।
कौन-कौन से मुद्दों पर कांग्रेस सरकार पर हमला बोलेगी?
सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी ने बैठक में कहा कि SIR के दौरान BLO की आत्महत्या बेहद गंभीर विषय है और इस पर संसद में प्रश्न उठना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि SIR की आड़ में दलित, पिछड़े, वंचित और गरीब मतदाताओं के नाम हटाए जा रहे हैं और बीजेपी अपनी सुविधा के अनुसार मतदाता सूची तैयार कर रही है। राहुल ने कहा कि यह मुद्दा विपक्ष को मजबूती से उठाना चाहिए।
दिल्ली धमाके को सुरक्षा चूक बताया
सभी सांसदों से राहुल गांधी ने आग्रह किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याओं को भी सदन में रखें। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हुआ धमाका आंतरिक सुरक्षा पर सवाल उठाता है और यह एक बड़ी चूक थी। इसके साथ उन्होंने वायु प्रदूषण के मुद्दे पर भी सदन में दबाव बनाने की बात कही।
बैठक में शामिल हुए वरिष्ठ नेता
रणनीति बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पी. चिदंबरम, जयराम रमेश, प्रमोद तिवारी, सैयद नासिर हुसैन, माणिकम टैगोर और अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे। बैठक के बाद प्रमोद तिवारी ने कहा कि चुनाव सुधार पर संसद में पहले भी चर्चा हो चुकी है, इसलिए इसे दोबारा उठाने में कोई हिचक नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चुनाव सुधार कांग्रेस के लिए शीर्ष प्राथमिकता है।
केंद्र सरकार सत्र में ला सकती है 14 विधेयक
सरकार की ओर से कहा गया कि वह सत्र को सुचारू रूप से चलाने के पक्ष में है और विपक्ष के साथ संवाद बनाए रखेगी। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने हल्के अंदाज़ में कहा कि सर्दी का मौसम है, इसलिए सभी को शांत दिमाग से काम करना चाहिए। NDA की बिहार चुनावों में बड़ी जीत के बाद केंद्र सरकार इस बार कुल 14 बिल पेश कर सकती है।
सर्वदलीय बैठक में SIR प्रमुख मुद्दा रहा
सत्र से पहले बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और अन्य दलों ने SIR और दिल्ली धमाके को प्रमुखता से उठाया। इसके साथ ही विपक्ष ने वायु प्रदूषण, विदेश नीति, किसानों की स्थिति, महंगाई और बेरोज़गारी जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की मांग रखी।
लोकसभा में 10 घंटे की बहस का समय निर्धारित
सर्वदलीय बैठक के बाद लोकसभा और राज्यसभा की कार्य मंत्रणा समिति ने बैठक की, जहाँ विपक्ष ने चुनाव सुधारों पर व्यापक चर्चा की मांग रखी। सरकार ने भरोसा दिलाया कि वह इस मुद्दे पर जल्द अपना रुख स्पष्ट करेगी। वहीं सरकार वंदे मातरम की रचना के 150 साल पूरे होने पर चर्चा चाहती है, लेकिन कई विपक्षी दल इसमें खास रुचि नहीं दिखा रहे। लोकसभा की ओर से इस चर्चा के लिए 10 घंटे निर्धारित किए गए हैं, जिसकी तारीख स्पीकर ओम बिरला तय करेंगे।
