बस्ती कृषि विज्ञान केंद्र में बढ़ी पहाड़ी फलों की मांग — अंजीर, सेब और चेरी की खेती से किसानों को मिल रहा फायदा

बस्ती के आचार्य नरेंद्र देव कृषि विज्ञान केंद्र में अब किसानों को पहाड़ी फलों की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। केंद्र पर ऐसे पौधे उपलब्ध हैं जो कम समय में फल देने की क्षमता रखते हैं और किसानों के लिए अधिक लाभदायक साबित हो रहे हैं।
वर्तमान में केंद्र पर अंजीर की दो विशेष किस्मों के पौधे उपलब्ध हैं, जो रोपण के तीन से चार महीने के भीतर ही फल देना शुरू कर देते हैं। इन पौधों को खेतों के साथ-साथ गमलों में भी आसानी से उगाया जा सकता है।
कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. बी.के. मिश्रा ने बताया कि जिले के किसान अब अंजीर, चेरी और सेब जैसे उच्च मूल्य वाले फलों की खेती में बढ़-चढ़कर रुचि दिखा रहे हैं। उन्होंने बताया कि ये पौधे स्थानीय जलवायु के अनुकूल तैयार किए गए हैं, जिससे अतिरिक्त लागत के बिना भी किसानों को अच्छा उत्पादन मिल सकेगा।
कृषि विज्ञान केंद्र किसानों को आधुनिक फल उत्पादन तकनीकों पर प्रशिक्षण भी दे रहा है। डॉ. मिश्रा ने बताया कि अगले वर्ष से सेब के पौधों का वितरण भी शुरू किया जाएगा, जिससे क्षेत्र में फल उत्पादन का विस्तार होगा।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य किसानों को पारंपरिक फसलों के साथ-साथ पहाड़ी और मूल्यवान फलों की खेती की ओर प्रेरित करना है। इससे किसानों की आमदनी बढ़ेगी और जिले में फलों की विविधता तथा गुणवत्ता में सुधार आएगा।
