AMU :हिंदी और हिंदी अखबारों के युवाओं के लिए कितने फायदेमंद हैं और उनकी नौकरी में भूमिका पर चर्चा

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के हिंदी विभाग के सभागार में 29 जनवरी को हिंदी और हिंदी के अखबार युवाओं के लिए कितने लाभप्रद, रोजगार में उनकी भूमिका विषय पर कार्यशाला हुई। कार्यशाला में वक्ताओं ने अन्य भाषाओं के साथ हिंदी भाषा का भी भविष्य उज्ज्वल है। हिंदी भाषा के जरिये रोजगार के दरवाजे खोले जा सकते हैं। हिंदी व्याकरण को बेहतर बनाने में समाचारपत्र अहम भूमिका निभा रहा है।

 

अमर उजाला अलीगढ़ के स्थानीय संपादक कुमार अतुल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्यार्थियों और शोधार्थियों से कहा कि उन्हें अपने विषय पर महारत हासिल करने के साथ ही आसपास होने वाली घटनाओं के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए। यह जानकारी अमर उजाला के जरिये मिलती है। इतिहास से लेकर वर्तमान की घटनाओं के बारे में सही जानकारी पाने का स्रोत समाचारपत्र ही है। प्रतियोगी परीक्षाओं में अखबार के संपादकीय लेखों का महत्व होता है। लेखों से ज्ञानवर्धन होता है और किसी भी मुद्दे पर सटीक जानकारी मिल जाती है। यह जानकारी प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता का द्वार खोलती है। सोशल मीडिया पर प्रसारित खबर पर किसी को एतबार नहीं होता है, लेकिन समाचारपत्र में छपी खबर पर पाठकों को भरोसा होता है।

संचालन हिंदी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. शहबाज अली खान ने किया। अमर उजाला अलीगढ़ के यूनिट हेड समीर कुमार ने अतिथियों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रो. मोहम्मद आशिक अली, अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. आसिम सिद्दीकी, अजय बिसारिया, डॉ. दीपशिखा सिंह, डॉ. गुलाम फरीद साबरी, डॉ. सायमा बानो, मोहम्मद जीशान अहमद, डॉ. कुंवर अहमद, विदेशी भाषा, संस्कृत, अंग्रेजी और हिंदी विभाग के विद्यार्थी और शोधार्थी मौजूद रहे।

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