फर्रुखाबाद में पिछले 25 दिनों से गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से करीब 20 सेंटीमीटर ऊपर बना हुआ है, जिससे हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। जिले की तीनों तहसीलों के लगभग 162 गांव बाढ़ की चपेट में हैं।

प्रभावित गांव और हालात

अमृतपुर तहसील के सैदपुर, कादर कुइयां, नगला दुर्ग, पट्टी दारापुर और आशा की मड़ैया समेत दो दर्जन से अधिक गांव पानी से घिरे हुए हैं। कई लोग अपने घरों की छतों या सड़कों के किनारे तिरपाल डालकर रह रहे हैं। पशुओं के लिए चारे की भारी समस्या है, क्योंकि भूसा खराब हो गया है और खेतों में खड़ा पानी सैकड़ों बीघा फसल बर्बाद कर चुका है।

कायमगंज तहसील के शमशाबाद और कम्पिल क्षेत्र में भी स्थिति गंभीर है। संपर्क मार्ग टूट जाने से गांवों का आवागमन नावों पर निर्भर हो गया है। प्रशासन द्वारा राहत सामग्री वितरित की जा रही है। कुछ परिवार बाढ़ शरणालयों में शरण लिए हुए हैं, जबकि कुछ रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं।

सदर तहसील के पंखियन की मड़ैया में कटान जारी है। हर पहाड़पुर मंडी और मोहल्ला सलामत खां स्थित रहमानी स्कूल के शरणालयों में लगभग 580 लोग ठहरे हुए हैं। वहीं काशीराम कॉलोनी हैबतपुर गढ़िया में भी जलभराव की स्थिति बनी हुई है।

नरौरा बांध से गंगा में 1,34,584 क्यूसेक और रामगंगा में 6,590 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण जिले में बाढ़ का संकट और गहराता जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed