चौथा दिन, हिट एंड रन कानून के खिलाफ हड़ताल: ड्राइवर्स का कानून बदलने की मांग, 10 साल की सजा और 7 लाख रुपये की जुर्माना

नए हिट एंड रन कानून के विरोध में बस और ट्रक ड्राइवरों की बेमियादी हड़ताल का आज (2 जनवरी) चौथा दिन है। 30 दिसंबर को शुरु हुई यह हड़ताल भारतीय न्याय संहिता 2023 में हुए संशोधन को लेकर है।
नए क्रिमिनल लॉ के तहत हिट एंड रन के मामलों में दोषी ड्राइवर पर 7 लाख रुपए तक का जुर्माना और 10 साल तक कैद का प्रावधान है। हालांकि पीड़ित को अस्पताल पहुंचाने पर सजा में छूट है।
ड्राइवर्स की मांग है, यह कानून बदला जाए। जिसको लेकर बीते तीन दिनों से कई राज्यों में चक्का जाम रहा। ट्रक ड्राइवर सड़क पर धरना-प्रदर्शन कर रहे।
8 राज्यों में प्रदर्शन तेज
नए कानूनों के विरोध में मध्यप्रदेश, राजस्थान, बिहार, छत्तीसगढ़, यूपी, उत्तराखंड, पंजाब और गुजरात में प्रदर्शन ज्यादा हो रहा है। सोमवार को यहां कई जगह चक्का जाम रहा। वहीं छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में ट्रक ड्राइवरों ने सड़क पर वाहन खड़े कर टायरों में आग लगा दी थी।
सिलसिलेवार पढ़ें हड़ताल का घटनाक्रम…
हड़ताल का तीसरा दिन: 900 बसें नहीं चलीं, पेट्रोल पंप पर भारी भीड़
छत्तीसगढ़ के महासमुंद में हड़ताल के चलते स्टैंड से बसें नहीं हिलीं। नए साल के पहले दिन यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
हड़ताल के तीसरे दिन (1 जनवरी) छत्तीसगढ, राजस्थान, गुजरात, यूपी और पंजाब में चक्का जाम रहा। छत्तीसगढ़ के रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, सरगुजा, जगदलपुर सहित अन्य जिलों में स्टैंड से बसें नहीं निकली। वहीं मध्यप्रदेश के इंदौर में 900 बसें नहीं चलीं। भोपाल में लोग अपने वाहनों में पेट्रोल-डीजल भरवाने पहुंचे तो पंपों पर भारी भीड़ लग गई। बालाघाट में भीड़ नियंत्रित करने के लिए पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा।
हड़ताल का दूसरा दिन: गुजरात में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज
राजकोट-अहमदाबाद नेशनल हाईवे पर मालियासन के पास जमा हुए प्रदर्शनकारी।
गुजरात में ट्रक चालकों ने राजकोट-अहमदाबाद हाईवे बंद कराने की कोशिश की, जिससे लंबा जाम लग गया। इस दौरान भीड़ में से कुछ लोगों ने एक बस की खिड़की के कांच तोड़ दिए। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया जिसमें कुछ लोग घायल हो गए। यहां कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।
हड़ताल का पहला दिन : हिट एंड रन कानून पर विचार करे सरकार
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (AIMTC) ने हिट एंड रन कानून को सख्त बनाने का विरोध किया है। संगठन के आह्वान पर ही चक्का जाम और हड़ताल शुरू हुई है। AIMTC की अगली बैठक 10 जनवरी को होगी। इसमें फैसला लिया जाएगा कि अगर सरकार उनकी मांगें नहीं मानती है, तो किस तरह से सरकार के सामने अपना पक्ष रखा जाए।
ट्रकों की हड़ताल से जरूरी चीजों के दाम बढ़ेंगे
इस हड़ताल का आम आदमी पर सीधा असर देखने को मिलेगा। ट्रकों की हड़ताल होने से दूध, सब्जी और फलों की आवक नहीं होगी और कीमतों पर इसका सीधा असर देखने को मिलेगा। वहीं, पेट्रोल-डीजल की सप्लाई रुक जाएगी, जिससे लोकल ट्रांसपोर्ट और आम लोगों को आवाजाही में दिक्कत होगी।
भारत में 28 लाख से ज्यादा ट्रक हर साल 100 अरब किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय करते हैं। देश में 80 लाख से ज्यादा ट्रक ड्राइवर हैं, जो हर दिन जरूरत का सामान एक शहर से दूसरे शहर ट्रांसपोर्ट करते हैं। हड़ताल के कारण इतनी बढ़ी संख्या में ट्रकों के रुकने से जरूरी चीजों की किल्लत हो सकती है।…
तीन क्रिमिनल लॉ बिल संसद में पास, अमित शाह बोले- तारीख पे तारीख का जमाना जाएगा
राज्यसभा में तीनों क्रिमिनल लॉ बिल भारतीय न्याय संहिता, भारतीय न्याय सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य बिल 21 दिसंबर को पास हो गए। ये तीनों बिल लोकसभा से 20 दिसंबर को पास हुए थे। बिल पास होते ही राज्यसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।