गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए सम्मान समारोह: सिद्धार्थनगर में निपुण विद्यालय के शिक्षकों को किया गया सम्मानित


शिक्षा में गुणवत्ता के लिए विशेष सम्मान समारोह
सिद्धार्थनगर में प्रदेश सरकार की सेवा, सुरक्षा और सुशासन नीति के 8 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। लोहिया कला भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में बेसिक शिक्षा विभाग की शैक्षिक संगोष्ठी और निपुण विद्यालय सम्मान समारोह प्रमुख रूप से शामिल रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत और अध्यक्षता
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला मजिस्ट्रेट डॉ. राजा गणपति आर और मुख्य विकास अधिकारी जयेन्द्र कुमार ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री प्रकाश सिंह ने अतिथियों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।
बच्चों और शिक्षकों का सम्मान
कार्यक्रम के दौरान बच्चों को पुरस्कार प्रदान किए गए और शिक्षकों को सम्मानित किया गया। स्कूली शिक्षकों और शिक्षिकाओं ने सरस्वती वंदना, स्वागत गीत, निपुण गीत और कविता पाठ प्रस्तुत किए।
जिला मजिस्ट्रेट ने अपने संबोधन में कहा कि अध्यापक का कार्य सबसे चुनौतीपूर्ण होता है, और उन्होंने शिक्षकों से अनुरोध किया कि वे घर-घर जाकर अभिभावकों को शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूक करें। उन्होंने 100 प्रतिशत निपुण विद्यालय बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया।
शिक्षकों की सराहना और पुस्तक वितरण
मुख्य विकास अधिकारी ने शिक्षकों की मेहनत की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी लगन और समर्पण से जिले के विद्यार्थी उच्च पदों तक पहुंच रहे हैं।
कार्यक्रम में:
✅ डीएम ने “पीएमश्री” पत्रिका का विमोचन किया।
✅ छात्र-छात्राओं को नए सत्र की किताबें वितरित की गईं।
✅ एसआरजी और एआरपी को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए।
✅ निपुण विद्यालय के प्रधानाध्यापकों और इंचार्ज प्रधानाध्यापकों को सम्मानित किया गया।
इस सम्मान समारोह का उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देना और शिक्षकों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रोत्साहित करना था।