Kanpur News:कानपुर में लगाए जाएंगे 45 लाख पौधे: हर वार्ड के एक पार्क में होगा पौधारोपण, ग्रीन बेल्ट भी हुई चिन्हित


Kanpur News:कानपुर में लगाए जाएंगे 45 लाख पौधे: हर वार्ड के एक पार्क में होगा पौधारोपण, ग्रीन बेल्ट भी हुई चिन्हित
कानपुर में इस वर्ष रोपे जाएंगे 45 लाख से अधिक पौधे
कानपुर में इस बार करीब 45 लाख से अधिक पौधे रोपे जाएंगे, जबकि पूरे प्रदेश में 35 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसे सफल बनाने के लिए सभी संबंधित विभागों ने कार्य योजना पर अमल शुरू कर दिया है। नगर निगम लगभग साढ़े 4 लाख पौधे लगाएगा, जिसके लिए भूमि चिन्हित की जा रही है।
हर वार्ड के पार्क में होगा पौधारोपण
नगर निगम उद्यान प्रभारी दिवाकर भास्कर के अनुसार, इस वर्ष प्रत्येक वार्ड के एक पार्क को पौधारोपण के लिए चिन्हित किया गया है। इसके अलावा, विभिन्न ग्रीन बेल्ट क्षेत्रों को भी चयनित किया गया है, जहां बड़े पैमाने पर पौधे लगाए जाएंगे। जाजमऊ स्थित जाना गांव गौशाला में भी पौधारोपण की योजना बनाई गई है।
नदियों के किनारे भी होगा पौधारोपण
इस बार गंगा और पांडु नदी के किनारे भी बड़े पैमाने पर पौधे लगाने की योजना बनाई गई है। चिन्हित स्थलों पर पौधारोपण कर वन क्षेत्र विकसित करने के लिए जापानी मियावाकी पद्धति का उपयोग किया जाएगा, जिससे ग्रीन कवर को तेजी से बढ़ाया जा सके।
फरवरी से शुरू होगी गड्ढा खुदाई
कानपुर में वर्तमान में कुल क्षेत्रफल का मात्र ढाई प्रतिशत हिस्सा ग्रीन कवर के अंतर्गत आता है। इस बार इसे एक प्रतिशत तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। नगर निगम इस बार भी सबसे अधिक पौधे लगाएगा। जुलाई में बड़े पैमाने पर पौधारोपण किया जाएगा, जबकि फरवरी से गड्ढा खुदाई और मार्च तक आवश्यक तैयारियां पूरी की जाएंगी।
मिनी फॉरेस्ट किए जा रहे तैयार
पिछले कुछ वर्षों में नगर निगम ने प्रदूषण को कम करने के लिए छोटे-छोटे जंगल विकसित करने की दिशा में काम किया है। कानपुर में अब तक चार मिनी फॉरेस्ट तैयार किए जा चुके हैं, और सात अन्य स्थानों पर मिनी फॉरेस्ट विकसित किए जा रहे हैं, जो अगले दो वर्षों में पूरी तरह से तैयार हो जाएंगे।
कानपुर प्रदूषित शहरों की सूची से बाहर
कानपुर नगर निगम ने रूमा क्षेत्र में मियावाकी पद्धति से 4,06,934 पौधों का रोपण किया है। उद्यान प्रभारी दिवाकर भास्कर के अनुसार, 2024 में प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, कानपुर अब देश के 20 सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में शामिल नहीं है।
मियावाकी पद्धति से विकसित किए गए पार्क
इस पद्धति के तहत सराय मीता अखाड़ा पार्क, गुप्तार घाट, रत्न शुक्ल इंटर कॉलेज, विजयनगर ट्रैफिक चिल्ड्रन पार्क, अंबेडकर पार्क पनकी, शनेश्वर मंदिर की ग्रीन बेल्ट और शेखपुरा जाना गांव में ग्रीन पार्क विकसित किए गए हैं।
नगर निगम की यह पहल न केवल कानपुर को हरित बनाएगी, बल्कि प्रदूषण को नियंत्रित करने में भी सहायक सिद्ध होगी।