शाहजहांपुर में पुलिस स्मृति दिवस पर शहीदों को नमन: एसपी बोले—जवानों के साहस से ही कायम है शांति और सुरक्षा

शाहजहांपुर में पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर पुलिस लाइन में श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया, जिसमें एसपी राजेश द्विवेदी समेत सभी पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में शहीद पुलिसकर्मियों को पुष्पांजलि अर्पित कर उनकी याद में दो मिनट का मौन रखा गया।
एसपी राजेश द्विवेदी ने कहा कि पुलिस जवानों के साहस, कर्तव्यनिष्ठा और त्याग के कारण ही समाज में शांति और सुरक्षा बनी हुई है। उन्होंने सभी अधिकारियों के साथ कर्तव्य पथ पर शहीद हुए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी और उनके योगदान को याद किया।
उन्होंने बताया कि पुलिस स्मृति दिवस की शुरुआत वर्ष 1959 में हुई थी। 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हॉट स्प्रिंग क्षेत्र में भारत-तिब्बत सीमा पर सीआरपीएफ की पेट्रोलिंग पार्टी पर चीनी सैनिकों ने हमला किया था, जिसमें 10 जवान शहीद हुए और 7 घायल हुए थे। उन्हीं के बलिदान की याद में हर वर्ष 21 अक्टूबर को देशभर में यह दिवस मनाया जाता है।
एसपी द्विवेदी ने इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक का संदेश भी पढ़कर सुनाया और पिछले एक वर्ष में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को याद किया। उन्होंने कहा कि शहीद पुलिसकर्मी हमारे प्रेरणास्रोत हैं। उनका अदम्य साहस और बलिदान समाज में व्यवस्था और विश्वास की नींव मजबूत करता है।
उन्होंने कहा कि पुलिस सेवा जोखिम भरी है, लेकिन जो अपने प्राणों की आहुति कर्तव्य की वेदी पर देते हैं, वे हमेशा अमर रहते हैं। उनके त्याग और वीरता की गाथाएं आने वाली पीढ़ियों को जनसेवा के पथ पर दृढ़ता से आगे बढ़ने की प्रेरणा देती रहेंगी।