प्रयागराज में श्रीकृष्ण लीला का भव्य समापन हुआ, दर्शकों ने कंस वध पर लगाए जयकारे

प्रयागराज में कटरा रामलीला कमेटी द्वारा आयोजित छह दिवसीय श्रीकृष्ण लीला का समापन बड़े धूमधाम के साथ हुआ। अंतिम दिन का मुख्य आकर्षण कंस वध का प्रसंग था, जिसे देखने के लिए दर्शक बड़ी उत्सुकता से आए।
शाम होते ही मंचन की शुरुआत कृष्ण और बलराम के मथुरा प्रवेश दृश्य से हुई। रंग-बिरंगी रोशनी और ध्वनि व्यवस्था ने माहौल को भक्तिमय बना दिया। दोनों भाइयों के मंच पर आते ही तालियों और “जय श्रीकृष्ण” के उद्घोष से पंडाल गूंज उठा।
इसके बाद कंस द्वारा भेजे गए विशाल हाथी का वध और मल्लयुद्ध का रोमांच दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर गया। हाथी के पराक्रम और कृष्ण की वीरता ने लीला को और रोमांचक बना दिया।
समापन का मुख्य आकर्षण अत्याचारी कंस का वध रहा। मंच पर कृष्ण और कंस आमने-सामने आए। कंस की अकड़ और साम्राज्य दिखाने की कोशिश कृष्ण द्वारा उसे सिंहासन से गिराने पर नाकाम रही। दर्शक “धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो” और “राधे कृष्णा” के उद्घोष से पूरा पंडाल गूंज उठा।
कलाकारों की अदाकारी ने दर्शकों का मन मोह लिया। कृष्ण की भूमिका में हर्ष श्रीवास्तव ने भावपूर्ण अभिनय किया। कंस की भूमिका में अंकित शर्मा ने दमदार संवाद और हावभाव से खलनायक को जीवंत किया। राधा के रूप में निकिता यादव, नंद बाबा के रूप में अनुज दूबे और यशोदा के रूप में अलका सिंह ने भी अपने अभिनय से दर्शकों को भावविभोर कर दिया।
समापन के अवसर पर समिति अध्यक्ष सुधीर कुमार गुप्ता और महामंत्री उमेश चन्द्र केशरवानी ने सभी कलाकारों और सहयोगियों का सम्मान किया। कृष्ण जन्म के उपलक्ष्य में भजन और बधाई गीत प्रस्तुत किए गए। आरती और प्रसाद वितरण के साथ छह दिवसीय इस भव्य लीला का सफल समापन हुआ।