नोएडा में स्वच्छ शहर परियोजना में दो नए विशेषताएं: मोबलिचिंग को रोकेगा, महिलाओं को बचाएगा और 561 स्थानों पर 2100 सीसीटीवी कैमरे लगाएगा— Gautambudh Nagar, Noida से समाचार

कुछ इस तरह से होगी सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत बिग स्क्रीन पर मॉनिटरिंग ।
शहर में सेफ सिटी परियोजना को लांच करने से पहले इस योजना में दो नए फीचर को ऐड किया जा रहा है। जिससे सड़क भीड़ को तितर बितर और अकेली महिला या युवती को प्रोटेक्शन दिया जा सके। इसके लिए सभी पुलिस चौकियों में एक मानिटरिंग स्क्रीन लगाई जाएगी। कैमरे की जद में
इन स्क्रीन पर अलग-अलग रंग में गैदरिंग और महिला सुरक्षा दिखेगी।
चौकी में लगने वाली इन स्क्रीन का लाइव डेटा कंट्रोल रूम में लगे स्क्रीन पर दिखेगा। जिससे दोनों तरफ से तेजी से कार्यवाही की सकेगी। प्राधिकरण के डीजीएम राजेश कुमार ने बताया कि इससे मोब लिंचिंग , भीड़ के कारण होने वाले उपद्रव को रोका जा सकेगा। साथ ही लेट नाइट शिफ्ट पूरी कर घर आ रही महिलाओं को सुरक्षा दी जा सकेगी। 24 घंटे मॉनिटरिंग की जाएगी। उन्होंने बताया यहां लगने वाले कैमरे एक साथ कई चेहरों को पढ़ सकेगा। उनका डेटा सेव कर सकेगा। इसलिए यदि उपद्रव होता है तो उपद्रवियों की पहचान हो सकेगी।
प्राधिकरण अधिकारियों के मुताबिक शहर में सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत 561 लोकेशन पर अतिरिक्त 2100 सीसीटीवी कैमरा लगाया जाएगा। यह कैमरे नाइट विजन व फेस डिटेक्शन कैमरे होंगे, जो इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी एंड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइएसटीएमएस) के कैमरों से बिल्कुल अलग होंगे। मॉनिटरिंग के लिए अलग से कंट्रोल रूम भी बनाया जाएगा। इनका वाहनों के चालान से कोई संबंध नहीं होगा, लेकिन सुरक्षा के तहत वाहनों की नंबर प्लेट व उसमें बैठे लोग भी साफ तौर पर कैमरे की नजर से देखा जा सकेगा।
सांकेतिक फोटो
बदमाशों को पकड़ना आसान
बदमाशों का डाटा पुलिस के पास पहले से है। ऐसे में कोई भी बदमाश यदि इन कैमरों के पास गुजरता है तो उसकी लाइव लोकेशन और पूरा डाटा कंट्रोल रूम में दिखाई देगा। सेफ सिटी के कंट्रोल रूम सीधे पुलिस मुख्यालय में बने कंट्रोल रूम से जुड़े होंगे। कोई भी सूचना मिलने पर तत्काल नजदीकी पुलिस स्टेशन, पुलिस चौकी, पीआरवी, डायल-112 को जानकारी दी जा सकेगी।
फेस डिटेक्शन कैमरों को किया जाएगा शामिल
अलग-अलग कलर में करेगा ब्लिंग
इस योजना के तहत पुलिस कंट्रोल रूम की तर्ज पर थाने चौकी में भी मॉनिटरिंग स्क्रीन लगाई जाएगी। इन स्क्रीन को कंट्रोल रूम से एक्सेस भी दिया जाएगा, जो वहां पर दो ही घटनाओं पर अलग-अलग कलर में ब्लिंग करेगा। परियोजना के तहत शहर में सेव अवर सोल (एसओएस) भी लगाए गए है, जिसमे आपातकाल के समय आप तुरंत पुलिस को किसी भी घटना की जानकारी दे सकते है।