गाजियाबाद के 4 दोस्त केदारनाथ में लापता: बचे हुए एकमात्र युवक ने बताया- पहले पहाड़ से पत्थर गिरे, फिर मलबे की बाढ़ में बह गए सभी – गाजियाबाद समाचार।

1 min read

पांच दोस्त केदारनाथ गए थे। बादल फटने की घटना के बाद ये चारों दोस्त लापता हैं। इनका अभी तक कुछ पता नहीं है।

उत्तर प्रदेश के जिला गाजियाबाद से केदारनाथ गए चार दोस्त बादल फटने की घटना के बाद से लापता हैं। पांचवां दोस्त किसी तरह जीवित बच गया। उसने फोन करके बताया है कि पहले पहाड़ से मोटे-मोटे पत्थर नीचे गिरे। इसके बाद मलबे की बाढ़ आई और चारों को बहाकर ले गई। गाज

.

खोड़ा के रहने वाले हैं चारों दोस्त
चारों युवकों की पहचान 20 वर्षीय सुमित शुक्ला, 30 वर्षीय कृष्णा पटेल निवासी अर्चना एन्क्लेव और मन्नू व चिराग निवासी कस्बा खोड़ा, गाजियाबाद के रूप में हुई है। सुमित ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहा है, जबकि कृष्णा पटेल एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करते हैं। बाकी दो अन्य युवक भी पढ़ाई कर रहे हैं।

केदारनाथ जाने वाले रास्ते में कई जगह इस तरह मोटे-मोटे पत्थर पहाड़ों से गिरे हैं।

हरिद्वार से अचानक बना केदारनाथ का प्लान
ये चारों दोस्त अपने पांचवें साथी सचिन के साथ 29 जुलाई को हरिद्वार गंगाजल लेने गए। वहां इनका प्लान अचानक केदारनाथ जाने का बन गया। सुमित शुक्ला ने 30 जुलाई को कॉल करके अपनी मां को बताया कि हम केदारनाथ जा रहे हैं और वहीं पहुंचकर जलाभिषेक करेंगे।

सचिन बोला- मुझे खच्चर वाले ने पकड़कर खींचा
सुमित के भाई श्याम ने बताया- एक अगस्त की सुबह सचिन की कॉल हमारे पास आई। उसने बताया कि केदारनाथ में पैदल यात्रा मार्ग पर भीमताल के पास 31 जुलाई की रात बादल फटा। इसके बाद पहाड़ से मोटे-मोटे पत्थर गिरने शुरू हो गए। कुछ ही देर में मलबे की बाढ़ आ गई और पांचों दोस्त बह गए। मुझे किसी तरह एक खच्चर वाले ने पकड़कर खींच लिया और मैं जीवित बच गया। जबकि बाकी चारों दोस्त बह गए। उनका कुछ पता नहीं चला है।

केदारनाथ में पहुंचकर करेंगे खोजबीन
लापता युवकों में शामिल सुमित शुक्ला के भाई श्याम ने बताया- परिजन केदारनाथ के लिए रवाना हो गए हैं। वे शुक्रवार सुबह तक केदारनाथ में उस पॉइंट पर पहुंच जाएंगे, जहां पांचवां दोस्त सचिन मौजूद है। इसके बाद पुलिस-प्रशासन की मदद लेकर चारों दोस्तों की खोजबीन की जाएगी। पुलिस-प्रशासन ने काफी लोग रेस्क्यू भी किए हैं। उनमें उन्हें खोजा जाएगा। कुछ लोग अस्पताल में भर्ती हैं, वहां भी जाकर पता किया जाएगा। फिलहाल चारों का कुछ पता नहीं है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed