उत्तर प्रदेश में केशव प्रसाद मौर्य ने ब्लॉक प्रमुखों को विकास योजनाओं में तेजी लाने का आदेश दिया.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने कहा कि ब्लाक प्रमुख व खण्ड विकास अधिकारी आपसी तालमेल व समन्वय बनाकर विकास योजनाओं को धरातल पर उतारें। कहा कि विकास कार्य धरातल पर नजर आने चाहिए। कहा कि ब्लाक प्रमुख, गरीब कल्याण और गांव -गरीब के लिए संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन में सहभागी बने। कहा कि ब्लाक प्रमुख, खण्ड विकास अधिकारी, प्रधान व क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रत्येक महीने के पहले सप्ताह में ब्लाक मे बैठक अनिवार्य रूप से करें, और विकास योजनाओं को अमली जामा पहनाने में अपनी सकारात्मक भूमिका का निर्वहन करें, समस्याओं का समाधान भी करें, जो मसले ब्लाक की मीटिंग में न हल होने वाले हों, उन्हें जिला स्तर पर होने वाली बैठक में रखें।
उप मुख्यमंत्री ने लखनऊ मंडल के सभी जिलों के ब्लॉक प्रमुखों से सीधे संवाद करते हुए ग्राम विकास की योजनाओं को बेहतर तरीके से लागू करने के लिए सुझाव के लिए और उनकी समस्याएं भी सुनी और कहा कि उनके सुझावों का संज्ञान लेकर नियमानुसार यथोचित करवाई की जाएगी। मौर्य ने कहा कि अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के बीच संवादहीनता समाप्त होगी, तो विकास की रफ्तार और तेज होगी। अधिकारी/कर्मचारी और जनप्रतिनिधि मिलकर गांव में विकास के नये कीर्तिमान और नये प्रतिमान स्थापित करें।
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उन्होंने कहा कि चौपाल से पूर्व ब्लाक प्रमुखों के नेतृत्व में गांवों में स्वच्छता अभियान चलाया जाए। ब्लॉक प्रमुख ग्राम चौपाल में जरूर प्रतिभाग करें और ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान में अपना सकारात्मक सहयोग प्रदान करें। ग्राम चौपालों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लखनऊ मण्डल में 5734 ग्राम चौपाल आयोजित की गयी है, जिसमें 4लाख 57 हजार लोग आये और 25549 प्रकरणों का निस्तारण किया गया।
राज्यमंत्री ग्राम्य विकास विभाग विजयलक्ष्मी गौतम ने कहा कि गरीब कल्याण व जन कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन बहुत बेहतर ढंग से किया जा रहा है, हम सबको मिलकर इसी तरह कार्य करते हुये उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाना है। कार्यशाला को मुख्य विकास अधिकारी लखनऊ ने भी सम्बोधित किया व कुशल संचालन संयुक्त विकास आयुक्त लखनऊ मण्डल के के सिंह ने किया। लखनऊ के प्रमुख जनप्रतिनिधि व समाजसेवी आनंद द्विवेदी, विनय प्रताप सिंह के अलावा लखनऊ मण्डल के सभी जिलों के ब्लॉक प्रमुख, ज़िला विकास अधिकारी, परियोजना निदेशक डीआरडीए, व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।