लाडो की अंतिम विदाई: दरिंदगी की शिकार मासूम का शव उठते ही मां बोली- मैं तुम्हारे बिना कैसे रहूंगी…
कानपुर में तीन साल के मासूम की मौत हो गई
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अरे मेरी लाडो मत लो, उसे छोड़ दो… उठो लाडो, तुम्हारे बिना मैं कैसे रह पाऊंगी. रेप की कोशिश का शिकार हुई तीन साल की मासूम की अर्थी उठी तो मां रोते हुए सबको ये बातें कह रही थी. बच्चे का शव और मां की हालत देख वहां मौजूद हर शख्स की आंखों से आंसू छलक पड़े। रविवार दोपहर पोस्टमार्टम के बाद शव को मासूम के चकेरी स्थित सनिगवां स्थित आवास पर ले जाया गया. बच्चे का चेहरा देखते ही मां रो पड़ी।
महिलाओं ने उन्हें सांत्वना देने की कोशिश की लेकिन उनके आंसू नहीं रुके। शव से लिपटकर चिल्लाती रही कि अब किसे अपनी बेटी कहूं। मेरी बेटी की क्या गलती थी जो भगवान ने उसे बुलाया। उनकी बातें सुनकर वहां मौजूद हर मां का दिल कांप उठा। करीब 10 मिनट बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए चंदन घाट ले जाया गया। लोगों के गुस्से को देखते हुए यहां पीएसी और पुलिस बल तैनात कर दिया गया।